वह पत्थर लेकर वापस महामंत्री के पास गया और उसे यह कह वापस कर आया कि इस पत्थर को तोड़ना नामुमकिन है. एक दोपहर एक लोमड़ी जंगल से गुजर रही थी और एक उदात्त शाखा के ऊपर से अंगूरों का एक गुच्छा देखा। फिर क्या था पंचों ने अपना फैसला https://movie-reviews-in-hindi46097.wikinstructions.com/1186942/an_unbiased_view_of_ट_व_स_र_यल_अपड_ट